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Showing posts from May 17, 2021

डॉक्टर ने कहा ..."याद करो, अंदाजन दो साल पहले सूर्यास्त के समय शहर से दूर उस जंगल में...

 एक बार ध्यान से पढ़िये.......... *इस मजदूरी का हिसाब भगवान रखते हैं*........... 🌷अस्पताल में एक कोरोना पेशेंट का केस आया ।मरीज बेहद सीरियस था । अस्पताल के मालिक डॉक्टर ने तत्काल खुद जाकर आईसीयू में केस की जांच की। दो-तीन घंटे के ओपरेशन के बाद डॉक्टर बाहर आया और अपने स्टाफ को कहा कि इस व्यक्ति को किसी प्रकार की कमी या तकलीफ ना हो। और उससे इलाज व दवा के पैसे न लेने के लिए भी कहा । मरीज तकरीबन 15 दिन तक मरीज अस्पताल में रहा।  जब बिल्कुल ठीक हो गया और उसको डिस्चार्ज करने का दिन आया तो उस मरीज का तकरीबन ढाई लाख रुपये का बिल अस्पताल के मालिक और डॉक्टर की टेबल पर आया। डॉक्टर ने अपने अकाउंट  मैनेजर को बुला करके कहा ... "इस व्यक्ति से एक पैसा भी नहीं लेना है। ऐसा करो तुम उस मरीज को लेकर मेरे चेंबर में आओ।"मरीज व्हीलचेयर पर चेंबर में लाया गया।डॉक्टर ने मरीज से पूछा - "भाई ! मुझे पहचानते हो?"मरीज ने कहा "लगता तो है कि मैंने आपको कहीं देखा है।" डॉक्टर ने कहा ..."याद करो, अंदाजन दो साल पहले सूर्यास्त के समय शहर से दूर उस जंगल में तुमने एक गाड़ी ठीक की थी। उस रोज म

यह अंग्रेज या अंग्रेजी पढें लोगों का षडयंत्र लगता है।

 *इतिहास* ************ आज इतिहास को साक्ष्यों और तथ्यों के आधार पर, फिर से लिखने की आवश्यकता है। इसके पहले जो भी इतिहास लिखा गया, वह विचारधारा से प्रेरित है। कहीं-कहीं तो इसमें चापलूसी झलकती है।        इतिहासकारों का एक ऐसा पैनल बनाया जाए जो किसी विचारधारा से ग्रस्त न हो। यह पैनल साक्ष्यों और तथ्यों के आधार पर इतिहास का गहन अध्ययन करके इतिहास का लेखन करे। फिर यही इतिहास बच्चों को पढाया जाए।इतिहास भारत का, साक्ष्य यूनान के, विचारधारा चीन की लेकर  इतिहास रचा गया, लिखा नहीं गया। यह अंग्रेज या अंग्रेजी पढें लोगों का षडयंत्र लगता है।       वास्तव में भारत के इतिहास को भारतीय संस्कृति /संस्कार /साक्ष्यों /तथ्यों के आधार पर भारतीयों द्वारा लिखा जाना चाहिए।क्योंकि भारतीय लोग भारतीय संस्कृति को जिया और उसी के साक्ष्य छोड़कर गये।             

हिंदू , मुसलमान, ईसाई तौ बाध मे हैं।

 यदि सुबह 4-5 बजे दरवाजे खिड़कियों को खोल कर वसुंधरा 🌄 को प्रणाम 🙏🏻कर बिस्तर 🛏छोड़ दिया जाय तो सुनिमित्त शक्तियों का आना अपने आप शुरू. हो जाता है । यही सनातन है ।सूरज , चांद, तारे , भौर की हवा, ये सब सनातन हैं । हिंदू , मुसलमान, ईसाई तौ बाध मे हैं।

शंख बजाने के हैं अद्भुत फायदे

 सबसे सस्ता वेंटिलेटर शंख...................  शंख बजाने से शरीर में ऑक्सीजन की कभी कमी नहीं होगी  फेफड़े रहेंगे स्वस्थ ..................... शंख बजाने के हैं अद्भुत फायदे .................. भारतीय परिवारों में और मंदिरो में सुबह और शाम शंख बजाने का प्रचलन है। अगर हम रोजाना शंख बजाते है, तो इससे हमें काफी लाभ हो सकता है। इसके  लाभ बताना एक पोस्ट में संभव नहीं यहाँ कुछेक लाभ के बारे में बता रही हु  1. रोजाना शंख बजाने से  गुदाशय की मांसपेशियां मजबूत बनती हैं। शंख बजाना मूत्रमार्ग, मूत्राशय, निचले पेट, डायाफ्राम, छाती और गर्दन की मांसपेशियों के लिए काफी बेहतर साबित होता है। शंख बजाने से इन अंगों का व्यायाम हो जाता है। 2. शंख बजाने से श्वांस लेने की क्षमता में सुधार होता है। इससे हमारी थायरॉयड ग्रंथियों और स्वरयंत्र का व्यायाम होता है और बोलने से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्याओं को ठीक करने में मदद मिलती है। 3. शंख बजाने से झुर्रियों की परेशानी भी कम हो सकती है। जब हम शंख बजाते हैं, तो हमारे चेहरे की मांसपेशियां में खिंचाव आता है, जिससे झुर्रियां घटती हैं। 4. शंख में सौ प्रतिशत कैल्शियम ह